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Friday, June 18, 2010

नीच कमीना कुत्ता .......... ,

नीच कमीना कुत्ता .......... ,
का का ना गाली बकत रहे ,
लोग के भीर तमासबिन् बन के देखत रहे ,
कुछ लोग ओकरा के कोसत रहे ,
ता कुछ लोग ओकरा पर हसत रहे ,
आउर उ अपने धुन में ,
नीच कमीना कुत्ता .......... ,
का का ना गाली बकत रहे ,
हम पूछनी का भइल ,
येताना काहे गुस्सा बारु ,
समाजो के सोचाs ,
लोग का कही ,
बिना मतलब के चीखत बारु ,
उ हमके गुर्रा के देखलस ,
मुस्कुरा के कहलस ,
हम हाथ जोरात बानी रौआ जाई ,
हमारा लागल हमारा सामने उ झिझ्कत रहे ,
नीच कमीना कुत्ता .......... ,
का का ना गाली बकत रहे ,
एगो पुलिस वाला ओके समझावत रहे .
हम ओकरे से पूछनी का भइल बा भाई ,
ना कुछ दरोगा जी इहा इ करे ले सफाई ,
आज सुबेरे उहा के पि के ,
कर देनी हा हाथ के सफाई ,
तबे से इ गरमाइल बिया ,
अब हमारा इ समझ में आइल ,
की येही से इ ,
नीच कमीना कुत्ता .......... ,
का का ना गाली बकत रहे ,

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