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Tuesday, September 7, 2010

यैसे हराम के खाने वाले गरीबो को निशाना बनाते हैं ,

आइये यु पि के सैर कराते हैं ,
उस घर में ले चलते हैं ,
जहा घर ने गवाए मालिक हैं ,
भला हो मीडिया की बात सामने आती हैं ,
आज आजतक पे जो देखा आख से आसू आती हैं ,
छोटेलाल ने आरजी किया था ,
घर में बिजली पाने की ,
घर में बिजली नहीं आया ,
नजर लगी बिजली वालो की ,
आया बिल सवा लाख का ,
बेचारा का सर चक्र गया ,
गया बिचली ऑफिस में ,
कुर्की जप्ती का फरमान पा गया ,
बहुत कोशिश की नहीं था कोई वह पे सुनने वाला ,
क्यों सुने देना हैं मंत्री को लाखो का माला ,
बोला ओ जान दे देंगे
नही सुने करना था बड़ा घोटाला ,
घोटाला हुआ हैं बहुत बड़ी हो इसपे करवाई ,
मर गया छोटे लाल अब पूरा करो भरपाई ,
भाइयो आज छोटे लाल कल कोई और हो ,
उससे पहले इन आतताइओ को भस्म करो ,
नेता और उधोगपति मिल रसगुले खाते हैं ,
यैसे हराम के खाने वाले गरीबो को निशाना बनाते हैं ,