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Saturday, June 19, 2010

पिचकू पाड़े,

डॉक्टर के पास पहुचे प्यारे प्यारे पिचकू पाड़े ,
बोले डाक्टर साहब क्या काम है पिचकू भाई ,
संग में जो आये बोले, परेशान हैं पिचकू पाड़े ,
बावन जोड़ा पूड़ी रात में ये खाये थे ,
संग में दही तीन किलो उड़ाये थे ,
घर का खाना ये कभी न खाते हैं ,
एक दिन खाकर तीन दिन तक पचाते हैं
सुबह से परेशान हैं, होती हैं खूब दौड़ाई ,
रुक जाये भागम-भाग,जल्दी दे दो कुछ दवाई ,
डाक्टर बोला थोड़ा कम तो खाओ यार ,
उम्र बढ़ी हैं कुछ तो अपना रखो ख्याल ,
डॉक्टर को भी बडे प्यार से समझाए पिचकू पाड़े ,
शादी की मौसम हरदम आती नहीं है डाक्टर प्यारे ,
दवा देना है तो दे दो, नहीं तो हम उपरवाले के सहारे ,
खाना छोड़ूगा नहीं जो फ्री में मिल जाये प्यारे ,
पाच मन का मैं अदना सा प्राणी,
कहते सभी मुझे पिचकू पाड़े,

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